अध्यक्षीय कथन

समाज के सबसे कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं में शिक्षा एवं संस्कार देना कि उन छात्र-छात्राओं के चेहरे पर आभा शरीर में बल, मन में प्रचण्ड इच्छाशक्ति, बुद्धि में पाण्डित्य, जीवन में स्वावलम्बन, हृदय में शिवा, प्रताप, ध्रुव प्रह्लाद की जीवन गाथायें अंकित हो और जिन्हें देखकर महापुरूषों की स्मृतियाँ झंकृत हो उठे।

हमारा लक्ष्य

इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा-प्रणाली का विकास करना है जिसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो हिन्दुत्वनिष्ठ एवं राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो, शारीरिक, आणिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो तथा जो जीवन की वर्तमान चुनौतियों का सामना सफलतापूर्वक कर सके और उसका जीवन ग्रामीण, वनवासी, गिरिकन्दराओं एवं झुग्गी-झोपड़ियों…

शिक्षण योजना

बालक के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास के लिए राजकिशोर सिंह महाविद्यालय शिक्षा समिति द्वारा निर्दिष्ट शैक्षिक पाठ्यक्रम तथा अन्य गतिविधियों के अतिरिक्त विद्यालय बालक के सम्पूर्ण विकास के लिए निम्नलिखित विषयों को सम्मिलित किया गया है। आधारभूत विषय   शारीरिक  योग   संगीत संस्कृत नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा